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10:00 AM - 11:00 AM (UTC+5)
स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव कवि गोष्ठी
कवि
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पद्म श्री प्रो. सुभाष काक:
कवि
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प्रो. राजेश्वरी पंढरीपाण्डे:
कवि
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डॉ. मनीष श्रीवास्तव:
कवि
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श्री साकेत सूर्येश:
कवि
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श्री सतीश कुमार
कवि
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श्री शिव कुमार निगम:
कवि
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डा. ममता त्रिपाठी।
कवि
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श्री आनंद कुमार:
कवि
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श्री कुशाग्र अनिकेत:
कवि
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प्रो. नागराज पटूरी
मुख्य अतिथि:
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निशान्त लिम्बाचिया:
सह-संचालक
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अवतंस कुमार:
सह-संचालक
INDICA USA प्रस्तुत करता है
आज़ादी का अमृत महोत्सव
कवि गोष्ठी
तिथि: रविवार, १४ अगस्त २०२२
समय: प्रातः १० बजे (CST), संध्या ८:३० (IST)
भारत की अंग्रेज़ी उपनिवेशवाद से स्वतंत्रता कई मायनों में एक खट्टा-मीठा अनुभव है। जहाँ सदियों की ग़ुलामी – इस्लामी और अंग्रेज़ी – की ज़ंजीरों को तोड़कर स्वराज स्थापित करने का उल्लास था, वहीं भारत की देवभूमि के खंडित होने का अवसाद भी। विभाजन की विभीषिका में कइयों के घर-द्वार उजड़े, तो कइयों के मीत और कुटुम्ब छूटे। लाखों की जान गई सो अलग। जो खुश थे उनमें से कइयों को तो यह भ्रम भी हो चला कि भारत जैसे सनातन राष्ट्र का जन्म १५ अगस्त १९४७ को ही हुआ।
ख़ैर, आज जब हम भारत गणराज्य की स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं तो इन सब बातों पर अपनी दृष्टि डालना और मनन करना लाज़मी है। इसी उद्देश्य को धायन में रख हम आपके समक्ष एक कवि गोष्ठी ले कर आए हैं। इस सम्बंध में यह हमारा प्रथम प्रयास है। आशा है हम आपकी अपेक्षाओं पर खरे उतर पाएँगे।